Friday 11 May 2018

दुनिया भर में इकलोती चीज जो गंजे सिर पर फिर से उगा सकती बाल ऐसे करे इस्तेमाल

kalonji oil benefits for hair growth  | kalonji oil beenfits for health
 मसालो की बात आती है तो हर एक घर मे लौंग, इलाइची, दालचीनी, मिर्च, हल्दी और धनिये का उपयोग विस्तृत रूप से होता है. जो जानते है वो पारंपरिक तरीके से

कलौंजी का भी उपयोग करते है जैसे की पंजाबी और बंगाली घरो मे कलौंजी तो अवश्य पाई जाती है. कलौंजी के बीज काले और थोड़े प्याज के बीज के जैसे होते है

इसीलिए इसे ब्लैक क्यूमिन(cumin) या अनियन सीड कहते है|
        कलौंजी आयरन, सोडियम, कैल्शियम, पोटैशियम और फाइबर जैसे बहुत सारे मिनरल्स और न्यूट्रिएंट्स से भरपूर है। लगभग 15 एमीनो एसिड वाला कलौंजी शरीर

के लिए जरूरी प्रोटीन की कमी भी पूरी करता है।कलौंजी का तेल रक्तचाप को कम और श्वसन को बढ़ाता है और कोलेस्ट्रॉल के खिलाफ उपयोगी होता है। यह एक अच्छा

एंटी ऑक्सीडेंट भी है।

कलौंजी के तेल के फायदे – (Kalaunji ke tel ke fayde) -
kalonji ka tel banane ka tarika | kalonji oil benefits for weight loss in hindi

1. डायबिटी में कलौंजी तेल  (Kalonji Oil for Diabetes) -
डायबिटीज मरीज के लिए कजौंली तेल प्राकृतिक इंसुलिन का काम करता है। और शर्करा लेबल नियंत्रण में रखने में सहायक है। कलौंजी तेल किंचन में खाने में इस्तेमाल

करने से डायबिटीज होने की सम्भावनाऐं नहीं के बराबर रहती है।

2. आंख रखे स्वस्थ  (Kalonji Oil for Eyesight) -
नजर कमजोर, मोतियाबिन्दु, आंखों से पानी आना, आंखें लाल और आंखे दर्द समस्याओं में कलौंजी तेल गाजर जूस के साथ रोज पीने से समस्त समस्याओं से जल्दी

आराम मिलता है। कलौंजी आंखों के विकार मिटाने में सहायक है।

3. अस्थमा में कलौंजी तेल  (Kalonji Oil Natural Remedy for Asthma)
अस्थमा मरीज के लिए कलौंजी रामबाणा दवा रूप है। कलौंजी दाने खायें। और रोज सुबह गुनगुने पानी में 1 चम्मच कलौंजी तेल और 1 चम्मच शहद सेवन करें। अस्थमा

से छुटकारा दिलाने में कलौंजी तेल और शहद मिश्रण गुनगुने पानी के साथ सेवन करना फायदेमंद है।

4.खांसी कफ में कलौंजी तेल (Cough Relief) -
आधा चम्मच कलौंजी तेल, आधा चम्मच अदरक रस को 1 चम्मच शहद के साथ मिलाकर सेवन करने से पुरानी से पुरानी खांसी कफ जड़ से मिटाने में सहायक है।

5. चेहरे त्वचा के सफेद दाग धब्बे मिटाये कलौंजी तेल  (Skin Care, Kalonji Oil) -
चेहरे पर सफेद दाग, छाया, धब्बे पड़ने पर रोज कलौंजी तेल मालिश करें। फिर चेहरा साफ धो लें। बाद में गुलाबजल गिलसरीन मिलाकर कर लगायें। चेहरे से दाग, धब्बे,

झांइ मिटाने में कलौंजी तेल, गुलाब जल, गिलसरीन सहायक है।
   

ये लोग खाली पेट गलती से भी लहसुन का सेवन न करे नहीं तो

lahsun khane ka tarika | lahsun amazing fayde in hindi | lahsun ke fayde
 लहसुन का इस्तेमाल हम  खाने का स्वाद बढाने में किया जाता है। इसके इस्तेमाल से खाना का टेस्ट बदल जाता है। लेकिन आप जानते है कि लहसुन की एक कली

हमारे शरीर को कई बीमारियों से बचाता है। ये आपके खाने का स्वाद ही नहीं बढाता है बल्कि आपके सेहत का भी ख्याल रखता है। अगर आप इसकी एक कली का सेवन

खाली पेट करते है तो यह हमारे शरीर के लिए किसी अमृत से कम नहीं है।आयुर्वेद में लहसुन के लिए कहा जाता है कि इसके सेवन से आप जवान बने रहेगे। साथ ही यह

कई बीमारियों से जैसे कि बवासीर, कब्ज, कान का दर्द, ब्लड प्रेशर, भूख बढाने आदि में किया जाता है।

लहसुन खाने के फायदे  (Garlic Benefits in Hindi) -
khali pet lahsun khane ke fayde for health | khali pet lahsun khane ke fayde


1. ह्रदय को स्वस्थ रखता है  -  ह्रदय को स्वस्थ रखने के लिए लहसुन काफी कारगर सुपरफूड है। यह खून के प्रवाह को ठीक करता है, कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और

ह्रदय रोगों से बचाता है। अपने ह्रदय को स्वस्थ रखने के लिए रोज दो लहसुन की कच्ची कलियों को पीसकर खाएं।

2. उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करता है -  कई शोधों से यह पता चला है कि लहसुन उच्च रक्तचाप को भी कम करता है| जिन लोगों को उच्च रक्तचाप की समस्या है

उन्हें रोज खाली पेट कच्चे लहसुन का सेवन करना चाहिए। यदि आपको कच्चे लहसुन का स्वाद पसंद नहीं है तो इसे खाने के बाद एक गिलास दूध पी लें। आप डॉक्टर की

सलाह से लहसुन के सप्लीमेंट भी ले सकते हैं|

3. गठिया के दर्द में राहत देता है -  गठिया के मरीजों के लिए लहसुन संजीवनी औषधि की तरह होती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों की

रगड़ को कम करके उनके दर्द से राहत प्रदान करते हैं| गठिया के कारण जोड़ों में हुई सूजन और दर्द से राहत पाने के लिए लहसुन का नियमित सेवन करें। अधिक फायदा

लेने के लिए इसका खाली पेट सेवन करें।

4. दांतों के दर्द को ठीक करता है -  लहसुन में एंटीबैक्टीरियल और एनाल्जेसिक गुण होने के कारण यह दांतों के दर्द को कम करने में काफी फायदेमंद होता है। तत्काल

राहत पाने के लिए दर्द वाले दांतों और मसूड़ों में लहसुन का तेल लगायें या कच्चे लहसुन का पेस्ट बनाकर लगायें।

5. पाचन शक्ति को बढ़ाता है - लहसुन पेट की क्रियायों को नियंत्रित करके पाचन शक्ति को बढ़ाता है। यह पेट की म्यूकस मेम्ब्रेन (श्लेष्मा झिल्ली) को उत्तेजित करके

गैस्ट्रिक जूस के प्रोडक्शन को बढ़ाता है जो खाना पचाने के लिए जरुरी पदार्थ है।

6. एलर्जी से लड़ता है - लहसुन में मौजूद एंटीवायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर को विभिन्न प्रकार की एलर्जी से लड़ने में मदद करते हैं। जिन लोगों को एलर्जी है उन्हें

एलर्जी के सीजन में रोज लहसुन के सप्लीमेंट का सेवन करना चाहिए। रशेस, बग बाईट या अन्य त्वचा सम्बन्धी एलर्जी में लहसुन के पेस्ट को लगाना काफी फायदेमंद

होता है।

जाने क्यों नहीं खानी चाहिए दूध पीने के बाद ये 8 चीजे

benefits of drinking dudh everyday | dudh benefits for skin
यह बात दावे के साथ कही जा सकती है कि विश्व भर में ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं होगा जो दूध के स्वास्थ्य गुणों से अनजान होगा। हर घर में बचपन से ही बच्चों को

इस बात से परिचित कराया जाता है कि दूध पीना सेहत के लिए अत्यंत फायदेमंद है।जब एक बच्चे का जन्म होता है तब वह सम्पूर्ण रूप से पोषण के लिए अपने माँ के

दूध पर निर्भर करता है और फिर आजीवन गाय, भैंस आदि का दूध पी खुद को स्वस्थ रखता है।
    दूध हमारे शरीर को पोषित कर उसे मजबूत बनाता है, उसके विकास को बढ़ावा देता है, बीमारियों से लड़ता है व उन्हें दूर भी रखता है और इसके यही गुण इसे सभी

आहारों में सर्वश्रेष्ठ बनाते हैं। दूध पोषक तत्वों का एक अद्वितीय संतुलन प्रदान करता है और इसे "प्रकृति का कल्याण पेय" भी माना जाता है। राष्ट्रीय डेयरी परिषद के

अनुसार, इसमें 9 आवश्यक पोषक तत्व होते हैं |

दूध के फायदे  (Milk Benefits and Side Effects in Hindi) -
dudh benefits  | uses of dudh
1.  मोटापा कम करें - हल्दी वाले दूध को पीने से शरीर में जमी अतिरिक्त चर्बी घटती है। इसमें मौजूद कैल्शियम और मिनिरल और अन्‍य पोषक तत्व वजन घटाने में

मदगार होते है|

2. हडि्डयों को मजबूत बनाये - दूध में कैल्शियम और हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट की मौजूदगी के कारण हल्दी वाला दूध पीने से हडि्डयां मजबूत होती है और साथ ही शरीर

की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। हल्दी वाले दूध को पीने से हड्डियों में होने वाले नुकसान और ऑस्टियोपोरेसिस की समस्‍या में कमी आती है|

3. पाचन संबंधी समस्‍याओं में लाभकारी - हल्‍दी वाला दूध एक शक्तिशाली एंटी-सेप्टिक होता है। यह आंतों को स्‍वस्‍थ बनाने के साथ पेअ के अल्‍सर और कोलाइटिस के

उपचार में भी मदद करता है। इसके सेवन से पाचन बेहतर होता है और अल्‍सर, डायरिया और अपच की समस्‍या नहीं होती है।

4. दर्द कम करें - हल्दी वाले दूध के सेवन से गठिया का निदान होता हैं। साथ ही इसका रियूमेटॉइड गठिया के कारण होने वाली सूजन के उपचार के लिये प्रयोग किया

जाता है। यह जोड़ो और मांसपेशियों को लचीला बनाता है जिससे दर्द कम हो जाता है।

5. एसिडिटी मिटाए -  क्‍या आपने कभी ठंडे दूध को एसिडिटी मिटाने के लिये पिया है? धीरे धीरे ठंडा दूध पीने से पेप्‍टिक अल्‍सर(Acidity) के कारण से पैदा होने

वाला दर्द भी दूर हो जाता है।

6.  अच्छी नींद के लिए -  अनिद्रा एक प्रमुख कारक है, जिसकी वजह से बुहत सारे लोग रात भर बिस्तर पर बस इधर से उधर करवट लेते रहते हैं और अच्छे से सो नहीं

पाते हैं। सोने से पहले एक गिलास दूध का पीने से आपको अच्छी नींद में मदद मिल सकती है। दूध में एमिनो एसिड ट्रायटोफन होता है जो नींद को उत्तेजित करने में

सहायक है।





इसकी 1 चम्मच खाली तो कब्ज,गैस,अपच हमेशा के लिये दूर हो जायेगी

isabgol khane ke fayde | isabgol ki bhusi ka upyog
आधुनिक इलाज के दौर में 'इसबगोल' का महत्व लगातार बढ़ता जा रहा है। पाचन तंत्र से संबंधित समस्याओं में दवा के रूप में इसका इस्तेमाल हो रहा है|कब्ज, दस्त,
जोड़ों के दर्द, मल में रक्त, पाचनतंत्र संबंधी गड़बड़ी, शरीर में पानी की कमी, मोटापा व डायबिटीज में इसबगोल काफी फायदेमंद होता है। जोड़ों के दर्द, कब्ज व पाचनतंत्र

को दुरूस्त करने के लिए रात के खाने के बाद एक गिलास गर्म दूध के साथ एक चम्मच इसबगोल की भूसी लेने से लाभ होता है। दस्त के दौरान रक्तस्राव हो या लंबे

समय से कब्ज हो तो आधा कप पानी के साथ इसकी भूसी लें। 20 मिलीलीटर की मात्रा में एक गिलास पानी में मिला लें और एक चम्मच इसबगोल के बीज साथ में लें।

इससे आंतों में होने वाली रूकावट व संक्रमण दूर होता है। तो आइए विस्‍तार से जानते हैं इसबगोल के फायदों के बारे में...

ईसबगोल के लाभ  (Isabgol ke Fayde) -
isabgol benefits for health | isabgol ke chilke ke fayde

1 वजन कम करे - अक्‍सर पेट यानी आपकी आंतों में मौजूद वेस्‍टेज की वजह से ही शरीर में फैट बढ़ने लगता है, जब तक आपका पेट साफ नहीं होगा तब तक आप

स्‍वस्‍थ नहीं रह सकते है। पेट साफ न होना वजन बढ़ने का कारण बनता है। अगर आप चाहते हैं कि आपका वजन नियंत्रित रहे तो रात को सोते समय कुछ दिनों तक

इसबगोल का सेवन कर सकते हैं। फाइबर युक्‍त इसबगोल के सेवन से वजन कम करने में भी मदद मिलती है।

2 दस्त और डायरिया में राहत - 6 चम्मच दही के साथ 3 चम्मच भूसी के मिक्स करके बिस्तर पर जाने से पहले और भोजन के बाद खाने से तेजी से राहत मिलती है.

जल्दी राहत के लिए एक दिन में दो बार ले सकते है।

3 एसिडिटी में मदद - कभी-कभी हमारी गलत आदतों जैसे की फास्ट फूड खाने या कम नींद की वजह से एसिडिटी होना आम बात हो गई है. इस समस्या के लिए एक

सुरक्षित उपाय घर में इसबगोल की भूसी का होना है. भूसी पेट के अंदर एक सुरक्षा परत बनाकर जलन से बचाने में मदद करती है. इसके प्रभाव से एसिड कम हो जाता है

4 बवासीर का करे नाश  -  बवासीर की सबसे बड़ी वजह पेट में कब्‍ज का होना है, पुराने कब्‍ज की वजह से लोग पाइल्‍स यानी बवासीर के शिकार हो जाते हैं। जो लोग

दर्दभरे बवासीर से परेशान हैं वह फाइबर युक्‍त इसबगोल का सेवन कर सकते हैं। इससे बवासीर काफी हद तक ठीक हो सकता है। यह गुदा द्वार के दरारों को भरता है और

फैले हुए गुदा को खींचता है।

5 दिल की बीमारी को रोके - इसबगोल फाइबर से युक्त होता है। चूंकि इसकी प्रकृति हाइग्रोस्कोपिक होती है, इसलिए यह कोलेस्टरोल को एब्जाॅर्ब करता है। यह पेट और

आंत पर टाॅक्सिन व तैलीय पदार्थ के अत्याधिक जमाव को रोकता है। साथ ही यह भोजन के फैट को एब्जॉर्ब होने से भी रोककता है।

कैसे करें सेवन: दिन में दो बार भोजन के तुरंत बाद इसबगोल का सेवन करें।

6 मधुमेह को करे नियंत्रित इसबगोल में प्राकृतिक जेलाटिन पदार्थ पाया जाता है जो शरीर में ग्लूकोज के एब्जाॅर्ब्शन और इसके टूटने को धीमा करता है। यानी यह

ग्लूकोज के सेवन को कम करने के साथ ही मधुमेह को नियंत्रित करता है।

 कैसे करें सेवन - पानी के साथ भोजन के तुरंत बाद लें।











Thursday 10 May 2018

छिलके के संग या बिना छिलके के

benefits of badam during pregnancy | how many almonds to eat a day in pregnancy
प्रेग्नेंसी के दौरान एक स्वस्थ आहार की जरुरत होती है। जिसमें आप फल, सब्जियों, सूखे मेवे आदि को शामिल कर सकते हैं। यह सब चीजें विटामिन, कैल्शियम आदि के

अच्छे स्त्रोत होते हैं। बादाम भी ऐसे खाद्य पदार्थों में आता है जिसके सेवन से गर्भवती महिला को भरपूर पोषण मिलता है।इनमें डाइटरी fiber, प्रोटीन और अच्छे

fats के अलावा ढेर सारे विटमिन्स जैसे विटामिन B1. B2,B5,B6 और E पाए जाते हैं| बादाम का सेवन किसी भी तरह से किया जा सकता है। बादाम की

तरह बादाम का दूध और बादाम का मक्खन भी लाभदायक होता है। तो आइए जानते हैं बादाम के सेवन से होने वाले कुछ फायदों के बारे में।

प्रेग्नेंसी के दौरान बादाम खाने के फायदे (ALMOND BENEFIT IN PREGNENCY) -

soaked almonds during pregnancy | how to eat almond during pregnancy


1)  शिशु में एलर्जी कम करे - डेनमार्क के एक्सपर्ट द्वारा ट्री नट्स (बादाम भी एक ट्री नट है) खाने से माता और शिशु के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों पर एक अध्ययन

किया गया। इसमें ये बात सामने आई कि प्रेगनेंसी की दौरान जो महिलाएं ये नट्स खाती हैं उनके शिशु को जन्म के बाद अस्थमा और सांस से जुड़ी अन्य एलर्जी होने का

डर कम होता है।

2) प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादा वजन बढ़ने से रोकता है - प्रेग्नेंसी के दौरान सबसे ज्यादा परेशानी वजन का ज्यादा बढ़ जाना होता है। एक स्टडी के मुताबिक 20 महिलाओं

जिन्हें प्रेग्नेंसी के दौरान जटिल परेशानियां थी उन्हें रोज 2 बादाम दिया गया जिसके सेवन से उनके भूख बढ़ाने वाले हार्मोन ग्रीलिन को कम और भूख कम करने वाले

हार्मोन लेप्टिन को बढ़ा दिया। इसका मतलब यह हुआ कि बादाम का सेवन करने से ना केवल भूख कम होती है बल्कि वजन को बढ़ने से भी रोकता है

3) गर्भवती की कमजोर पाचन क्रिया के लिए - भीगे हुए बादाम में फॉलिक एसिड बहुत अधिक होने के कारण गर्भ के शिशु के ब्रेन और न्यूरोलॉजिकल सिस्टम के विकास

में मददगार साबित होता है। इसके अलावा, जब बादाम को भिगा दिया जाता है तो उन्हें खाना आसान हो जाता है, जो गर्भवती की कमजोर पाचन क्रिया के लिए बहुत

अच्छा होता है।

4) बादाम से बच्चे को मिलता है आयरन - प्रेग्नेंसी के दौरान बादाम का सेवन करना फायदेमंद होता है । क्योंकि इस समय महिला को आयरन की जरुरत होती है। प्रेग्नेंसी

के पहली तिमाही के दौरान आयरन की ज्यादा जरुरत होती है। इसके लिए आपको रोज बादाम का सेवन करना चाहिए। एक प्रेग्नेंट महिला को गर्भ में पल रहे शिशु की

आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए 300 मिलीग्राम आयरन की आवश्यकता होती है। जो आप बादाम का  करके पूरी कर सकती हैं।

5) कब्ज़ में राहत - गर्भवती महिलाओं की एक आम समस्या कब्ज भी होती है। बादाम में फाइबर काफी मात्रा में होता है। इसकी वजह से नियमित रूप से इसे खाने से

कब्ज में भी राहत मिलती है।









अंजीर के ये 10 महाप्रयोग इन्हें नही देखा तो कुछ नही देखा

how to eat anjeer | anjeer benefit in hindi
अंजीर एक अत्यंत स्वादिष्ट एवं स्वास्थ्यवर्धक फल है। अंजीर के स्वास्थ्य लाभ उसमें निहित खनिज, विटामिन और फाइबर की देन हैं। अंजीर विटामिन ए, विटामिन बी

1, विटामिन बी2, कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस, मैंगनीज, सोडियम, पोटेशियम और क्लोरीन जैसे अनेक लाभकारी पोषक तत्वों का धनी है।

अंजीर के फायदे – lets know Benefits of figs – jaaniye Anjeer ke fayde ke baare mein -
benefits of anjeer for skin | benefits of figs for hair | benefits of fig for health

1 दमा  (Asthama) - दमा यानि अस्थमा होने पर  Dry Anjeer नियमित खाना लाभदायक  हो सकता है। इसकी तासीर गर्म होने के कारण इसे खाने से

फेफड़ों  से कफ  आदि कम होकर दमा में आराम  मिलता है।

2 ब्लड प्रेशर  (Blood Pressure) - Anjeer में पोटेशियम बहुत होता है। पोटेशियम ब्लड प्रेशर कम करने में मददगार होता है। अतः Anjeer

खाना अधिक ब्लड प्रेशर वाले लोंगों के लिए फायदेमंद होता है। यह रक्त में ट्राई ग्लेसराइड लेवल को कम करके ह्रदय रोग  से भी बचाता है।

3 त्वचा (Skin) - अंजीर से  मिलने वाले विटामिन व खनिज त्वचा को कोमल (soft), सुन्दर (beautiful) और ग्लोइंग (glowing) बनाते

है। इसमें स्किन को स्वस्थ (making skin healthy) बनाने वाले लगभग सभी तत्व मौजूद होते है। इसके नियमित उपयोग से आयरन की कमी नहीं होती

, यह भी त्वचा को लाभ (benefits the skin) देता है।

4 बालों के लिए  (For hair use) - Anjeer में कॉपर (copper) होने के कारण बालों को काला बनाये रखने में मदद करता है। Anjeer का

तेल बालों में लगाकर भी इसका लाभ लिया जा सकता है। हेयर मास्क (hair mask) में 10 बूँद अंजीर के तेल की मिलाकर बालों पर लगाकर धोने से बाल शाइनी

और मुलायम (soft and shiny) हो जाते है। Anjeer का तेल 5 -7 बूँद कंडीशनर (conditioner) के साथ लगाकर रखने से भी बाल बहुत

अच्छे हो जाते है।

5 दाँत  (Teeths) - कैल्शियम की मात्रा अधिक होने के कारण दांतो की रक्षा (helpful for teeths too) करने में Anjeer मदद करता है।

उन्हें मजबूत बनाता है (makes teeths strong) जिससे दाँत में कीड़ा लगना आदि समस्याओं से बचाव होता है।

6 किडनी की पथरी के लिए - किडनी की पथरी (Kidney stones) से छुटकारा पाने के लिए सुबह अंजीर (Fig) को पानी में उबाल कर, उस पानी को

पिए।




हर घर में होगी खुशी इस तरह खाइये तुलसी

neem ke fayde in hindi | tulsi ke beej benefits in hindi

तुलसी एक अत्यधिक सुगंधित जड़ी बूटी है जो सबसे अधिक खाना पकाने में एक मसाले के रूप में प्रयोग की जाती है, लेकिन यह अपने विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के लिए

भी काफी लोकप्रिय है। तुलसी के पत्तों और फूलों में कई रसायनिक यौगिक हैं जो बीमारी को रोकने और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में उपयोगी हैं।
           तुलसी एक अत्यधिक सुगंधित जड़ी बूटी है जो सबसे अधिक खाना पकाने में एक मसाले के रूप में प्रयोग की जाती है, लेकिन यह अपने विभिन्न स्वास्थ्य

लाभों के लिए भी काफी लोकप्रिय है।यह कम कैलोरी वाली जड़ी बूटी एंटीऑक्सीडेंट, जलन और सूजन कम करने और जीवाणुरोधी गुणों से समृद्ध है। इसके अलावा, यह

विटामिन ए, सी और के, मैंगनीज, तांबा, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और ओमेगा -3 फैट्स जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से परिपूर्ण है। यह सभी पोषक तत्व आपके

समग्र स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छे हैं।

तुलसी के फायदे  (Basil Benefits in Hindi) -
tulsi ke benefit for face | tulsi ki chai ke fayde

1 तुलसी का फायदा खाँसी के लिए  - जब किसी को सर्दी, खांसी,गले के रोग जैसी समस्या हो तो तुलसी के पत्तों में अदरक को पानी में उबाल कर काढ़ा बनाकर दिन में

दो बार सुबह शाम सेवन करें समस्या दूर होगी |

2 मुंह की बदबू  के लिए  -  मुंह में छाला हो या मुंह से बदबू आ रही हो या मुंह की अन्य समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए तुलसी के साफ सात से आठ पत्तों को

मुंह में रखकर कुचे इससे मुंह की बदबू वाले जैसी समस्या दूर होगी |

3 पेट साफ  के लिए  -  किसी का पेट साफ न रहता हो तो सुबह सुबह तुलसी को पानी में हल्का गुनगुना कर उबाल ले और पानी को पिए | ऐसा ना कर पाने की

स्थिति में बाजार से पतंजलि तुलसी रस ले सकते जिसे एकगिलास साफ पानी में चार पांच बूंद मिलाकर पिएं इससे पेट साफ होगा व पेट की समस्या दूर होगी |

4. चर्म संबंधी रोग  के लिए -  अगर किसी को चर्म संबंधी रोग जैसे दाद ,खाज ,खुजली ,कीड़े रेंगने का घाव हो तो तुलसी के पत्तों को बकायदा पीस लें और इसे रस

सहित उस जगह पर लेप की भांति लगा ले और तुलसी के पत्तों का भी सेवन करते रहें इससे चर्म संबंधी समस्या से आराम व छुटकारा मिलता है |

5   तनाव दूर करने के लिए  -  अगर आप किसी बात को लेकर ज्यादा तनाव में हैं और अपना तनाव दूर करना चाहते है तो तुलसी के कुछ पत्तों को चबा चबा कर खा

लीजिए तनाव कम होगा|

6  सर  दर्द  के लिए -  सर में तेज दर्द हो रहा हो या किसी भाग में गैस के कारण दर्द महसूस हो रहा हो तो आप तुलसी के पत्तों की चाय बनाकर पी लीजिए आपके

सर का दर्द जल्द दूर होगा